आम मत | नई दिल्ली
भारतीय विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान को गिलगिट-बाल्टिस्तान के मुद्दे पर पाकिस्तान को करारा जवाब दिया। विदेश मंत्रालय ने कहा कि गिलगिट-बाल्टिस्तान भारत का अभिन्न हिस्सा है। पाकिस्तान को भारत के आंतरिक मामलों में बोलने का कोई हक नहीं है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख का पूरा इलाका भारत का अभिन्न हिस्सा है, इस पर पाकिस्तान को बोलने का कोई अधिकार नहीं।
दूसरी ओर, सार्क और सीआईसीए की बैठक में जम्मू-कश्मीर का मुद्दा उठाने पर विदेश मंत्रालय ने कहा कि ऐसे किसी देश से क्या उम्मीद कर सकते हैं, जो सीमा पार आतंकवाद में शामिल है और आतंकवाद ही जिसकी राष्ट्रीय नीति है। गुरुवार को सार्क विदेश मंत्रियों की वर्चुअल बैठक में विदेश मंत्री जयशंकर ने सीमा पार से जारी आतंकवाद का मुद्दा उठाया।
भारत ने पाकिस्तान के सामने उठाया आतंकवाद का मुद्दा
साथ ही उन्होंने सार्क के सामने तीन बड़ी चुनौतियों का जिक्र भी किया। सार्क विदेश मंत्रियों की बैठक में भारत ने पाकिस्तान के सामने आतंकवाद का मुद्दा उठाया। साथ ही, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि सार्क के सामने तीन सबसे बड़ी चुनौतियां सीमापार से आतंकवाद, व्यापार में बाधा, कनेक्टिविटी में रुकावट हैं जिनका समाधान किया जाना चाहिए।
उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) के गिलगित-बाल्टिस्तान इलाके को लेकर भारत-पाकिस्तान में गतिरोध बढ़ गया है। पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने इमरान खान की केंद्र सरकार को चुनाव कराने की अनुमति दी है। इस पर भारत सरकार ने कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा है कि पूरा जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न हिस्सा है और पाकिस्तान इसकी स्थिति में कोई परिवर्तन नहीं कर सकता है।