आम मत | दुबई
पाकिस्तान को इस्लामिक देशों के संगठन ओआईसी से एक बार फिर कश्मीर पर झटका लगा है। इस्लामिक सहयोग संगठन यानी ओआईसी के विदेश मंत्रियों की बैठक में कश्मीर मुद्दे को शामिल नहीं किया गया। हालांकि, पाकिस्तान इसे मानने को तैयार नहीं है और अपना चेहरा बचाने के लिए लीपा-पोती करने की कोशिश कर रहा है।
ओआईसी ने अंग्रेजी और अरबी दोनों भाषा में बयान जारी किया। यह बयान ओआईसी की काउंसिल ऑफ फॉरन मिनिस्टर्स (CFM) की शुक्रवार को नाइजर की राजधानी नायमी में होने वाली बैठक के लिए है। इसमें कश्मीर का किसी भी एजेंडा के रूप में जिक्र नहीं किया गया है। सऊदी अरब सीएफएम की बैठक का नेतृत्व कर रहा है।
पाकिस्तानी अखबार डॉन ने लिखा है कि इस बार कश्मीर ओआईसी के एजेंडे से तब बाहर है जब पाकिस्तान के संबंध सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात से बेहद खराब चल रहे हैं। उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान एक इस्लामिक देश है और कश्मीर को भी वो मुसलमानों से जोड़ता रहा है। इसी तर्क के आधार पर वो इस्लामिक देशों के संगठन ऑर्गेनाइजेशन ऑफ इस्लामिक कोऑपरेशन (ओआईसी) में जोर-शोर से उठाता रहा है।
अब तक कोई समर्थन नहीं मिला और भारत सऊदी के रिश्ते मजबूत होते गए। यहां तक कि यूएई ने पाकिस्तानियों को नया वीजा देने पर प्रतिबंध लगा दिया है।