आम मत | नई दिल्ली
चीन से लगे पूर्वी लद्दाख में वायुसेना के अभियान को और मजबूती देने के लिए लेह के आकाश में हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) के विकसित किए दो हल्के युद्धक हेलीकॉप्टरों को तैनात किया है।
एचएएल के सीएमडी आर. माधवन ने कहा कि जैसे ही वायुसेना की तरफ से जरूरत बताई गई, सीमा पर ताजा हालात को देखते हुए तत्काल यह तैनाती की गई है। उन्होंने कहा कि यह एचएएल का विकसित किया हुआ दुनिया का सबसे हल्का युद्धक हेलीकॉप्टर है।
एचएएल ने इसे वायुसेना की विशेष और विशिष्ट जरूरतों को ध्यान में रखकर तैयार किया है। कंपनी ने बयान जारी किया कि परीक्षण के दौरान हेलीकॉप्टर में वायुसेना के उप प्रमुख एयर मार्शल हरजीत सिंह अरोड़ा ने एचएएल के टेस्ट पायलट विंग कमांडर (सेवानिवृत्त) सुभाष पी. जॉन के साथ हमले के अभ्यास के लिए अग्रिम मोर्चो पर उच्च अक्षांशों में उड़ान भरी है।
इसके लिए हेलीकॉप्टर को क्षेत्र के बेहद दुर्गम हेलीपैड पर उतारा गया। बेहद कम तापमान में भी इस युद्धक हेलीकॉप्टर ने अग्रिम मोर्चो पर अपनी तैनाती की आवश्यकता को सही साबित किया है।