आम मत | लखनऊ | नई दिल्ली
उत्तरप्रदेश के अयोध्या में राममंदिर निर्माण की प्रक्रिया तेज हो चुकी है। ट्रस्ट राममंदिर का नक्शा पास कराने में जुट गया है। ट्रस्ट इसे 15-20 दिन में पास कराना चाहता है। 70 एकड़ में फैले मंदिर का नक्शा अयोध्या प्राधिकरण को भेज दिया गया है। ट्रस्ट के सदस्य डॉ. अनिल मिश्र ने बताया कि नक्शा पास करवाने के साथ उड्डयन, फायर, पर्यावरण सहित कई विभागों से एनओसी लेनी पड़ती है। इसे हासिल करने को लेकर कार्रवाई चल रही है। नक्शा पास कराने में करीब 2 करोड़ रुपए खर्च होंगे।
इस दौरान एलएंडटी के इंजीनियर मंदिर स्थल की जमीन और नींव के लिए तकनीकी परीक्षण करने के साथ मंदिर का नक्शा भी फाइनल कर लेंगे। वहीं केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के मंत्रालय के सचिव ने मंदिर निर्माण के लिए तांबे की 8 पट्टियां भेजी हैं। निर्धारित आकार की तांबे की पट्टियों का ट्रस्ट कार्यालय पहुंचना शुरू हो गया है।
औपचारिक श्रीगणेश के लिए गडकरी के मंत्रालय से भेजी गई तांबे की 8 पट्टियां
ट्रस्ट के कार्यालय प्रभारी प्रकाश गुप्ता ने बताया कि 8 पट्टियों की पहली खेप रविवार को पहुंची। यह खेप तांबे के दान के औपचारिक श्रीगणेश करने के लिए भेजी गई है। देश के कई प्रांतों से जनप्रतिनिधियों, व्यवसायियों और आम लोगों के फोन तांबे की छड़ें भेजने के लिए आ रहे हैं। हालांकि, लोगों को ऐसा करने से रोका जा रहा है, क्योंकि इसकी जरूरत करीब 4 महीने के बाद पड़ेगी।
नींव की खुदाई का काम शुरू करने की चल रही तैयारी
ट्रस्ट के कार्यालय प्रकाश गुप्ता ने बताया कि नींव खुदाई का काम शुरू करने की तैयारी चल रही है। 1989 में कारसेवा के दौरान राम मंदिर के गर्भगृह के सामने जो कंक्रीट का प्लेटफॉर्म तैयार किया गया था उसे खोद कर हटा दिया गया है। अब इस स्थल साफ सफाई का काम एलएंडटी कंपनी करवा रही है। इस कंपनी की बड़ी मशीनें भी जल्द अयोध्या पहुंचने वाली हैं।
मंदिर स्थल पर समतलीकरण का काम हुआ पूरा
उन्होंने कहा कि कुछ मशीनें लोगों ने दान की हैं जो साइट पर पहुंची हैं। मंदिर स्थल पर समतलीकरण का काम पूरा हो गया है। एलएंडटी कंपनी अपना कार्यालय भी जल्द खोलने जा रही है। इसके लिए स्थान भी चिह्नित किया गया है।