आम मत | नई दिल्ली
किसान आंदोलन के 18वें दिन यानी रविवार को बड़ी संख्या में किसान दिल्ली की सीमाओं पर डटे हैं। किसानों के कुछ जत्थे दिल्ली कूच कर रहे हैं। अब राजस्थान के किसान भी दिल्ली पहुंच रहे हैं। जिन्हें रोकने के लिए हरियाणा बॉर्डर पर भारी सुरक्षाबल तैनात किया गया है। कृषि कानून को लेकर अभी तक सरकार से सुलह की हर कोशिश नाकाम हो चुकी है।
इस बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पंजाब बीजेपी के नेताओं से बैठक की। इधर, किसानों के समर्थन में अब पंजाब पुलिस भी आ गई है। डीआईजी जेल लखमिंदर सिंह जाखड़ ने रविवार को पद से इस्तीफा दे दिया। एडीजीपी (जेल) पीके सिन्हा ने इस्तीफे की कॉपी मिलने की पुष्टि की है।
लखमिंदर ने लिखा कि प्रदेश के किसान परेशान हैं। ठंड में खुले आसमान के नीचे सड़कों पर बैठे हैं। मैं खुद एक किसान का बेटा हूं, इसलिए इस आंदोलन का हिस्सा बनना चाहता हूं। तुरंत प्रभाव से पदमुक्त करें, ताकि दिल्ली जाकर अपने किसान भाइयों के साथ मिलकर अपने हक के लिए लड़ सकूं।
किसानों के प्रदर्शन के मद्देनजर दिल्ली पुलिस ने अतिरिक्त पुलिसकर्मियों को तैनात करके और जगह-जगह मल्टी लेयर्ड बैरिकेड्स लगाकर सुरक्षा बढ़ा दी है। शनिवार को किसान नेताओं ने 14 दिसंबर (सोमवार) को भूख हड़ताल करने का भी एलान किया।
सरकार की कोशिश है कि बातचीत के माध्यम से गतिरोध को खत्म किया जाए, लेकिन किसान संगठन कृषि कानूनों के वापसी की मांग पर अड़े हैं। किसान नेताओं और सरकार में कई दौर की वार्ता हो चुकी है, लेकिन इनमें से एक का भी नतीजा नहीं निकला है।