आम मत | नई दिल्ली
सुशांत सिंह मामले में सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को सीबीआई जांच के आदेश दे दिए। सीबीआई ने केस के लिए स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम (SIT) गठित कर दी। चार सदस्यीय इस एसआईटी का नेतृत्व गुजरात कैडर के आईपीएस मनोज शशिधर करेंगे। टीम में गगनदीप गंभीर, अनिल यादव और नुपूर प्रसाद भी हैं। चलिए आपको बताते हैं इस टीम के सभी मेंबरों के बारे में-
मनोज शशिधर, जॉइंट डायरेक्टर, सीबीआई
1994 बैच के गुजरात कैडर के आईपीएस हैं मनोज शशिधर। वे वर्तमान में सीबीआई के जॉइंट डायरेक्टर हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने उनके नाम पर मंजूरी दी थी। नरेंद्र मोदी के मुख्यमंत्री कार्यकाल के दौरान शशिधर गुजरात पुलिस में डीजीपी सीआईडी-आईबी के पद पर तैनात थे। उनकी गिनती पीएम मोदी के करीबियों में की जाती है। मनोज शशिधर विजय माल्या केस की जांच की निगरानी कर चुके हैं। वे 5 साल के डेपुटेशन पर सीबीआई में आए हैं।
गगनदीप गंभीर, डीआईजी, सीबीआई
गंभीर बिहार के मुजफ्फरनगर में पली-बढ़ी हैं। वे गुजरात कैडर की 2004 की आईपीएस अधिकारी हैं। वे वर्तमान में सीबीआई में डीआईजी के पद पर तैनात हैं। सीबीआई में उन्हें घोटालों की जांच के महारथी के तौर पर जाना जाता है। गगनदीप ने पत्रकार उपेंद्र राय, सृजन घोटाला के अलावा यूपी के सीएम अखिलेश यादव की अवैध खनन मामले में भूमिका की जांच भी की।
नुपूर प्रसाद, एसपी, सीबीआई
सीबीआई में एसपी के पद पर तैनात नुपूर 2007 बैच की एजीएमयूटी कैडर की आईपीएस हैं। उन्होंने वर्ष 2007 में डीसीपी शाहदरा के तौर पर करिअर शुरू किया था। बिहार के गया की रहने वाली नुपूर को सीबीआई की तेजतर्रार अधिकारियों में गिना जाता है। हाल ही में उन्हें पदोन्नति देकर एसपी सीबीआई बनाकर भेजा गया।
अनिल कुमार यादव, डीएसपी, सीबीआई
व्यापमं, विजय माल्या, शोपियां, अगस्ता वेस्टलैंड जैसे हाई-प्रोफाइल मामलों की जांच कर चुके अनिल कुमार यादव सीबीआई में डीएसपी पद पर पोस्टेड हैं। वे कई बार हत्या जैसे जटिल केसों में योग्यता साबित कर चुके हैं। उन्हें सुशांत सिंह राजपूत केस का जांच अधिकारी नियुक्त किया गया है। यादव को अपने काम के लिए 2015 में गणतंत्र दिवस पर पुलिस मेडल से नवाजा जा चुका है।