आम मत | मुंबई
उत्तरप्रदेश के कानपुर में 8 पुलिसकर्मियों को मारने वाले गैंगस्टर विकास दुबे और उसके कई साथियों का पुलिस अब तक एनकाउंटर कर चुकी है। अब मुंबई के ठाणे में विकास के खास गुर्गे अरविंद उर्फ गुड्डन रामविलास त्रिवेदी और उसके ड्राइवर सुशील कुमार उर्फ सोनू तिवारी को गिरफ्तार किया। महाराष्ट्र एटीएस के प्रमुख दया नायक के नेतृत्व में कार्रवाई को अंजाम दिया गया। टीम ने ठाणे के कोलशेत रोड स्थित एक मकान पर छापा मार कर दोनों को गिरफ्तार किया।
गुड्डन त्रिवेदी के लिए कहा जाता है कि वह राजनीति में सक्रिय था। उसने ही विकास की कई नेताओं से मुलाकात कराई थी। 2001 में यूपी के राज्यमंत्री संतोष शुक्ला की हत्या की साजिश का आरोप भी गुड्डन पर लग चुका था। गुड्डन पर बिकरू कांड में कानपुर पुलिस ने 50 हजार का इनाम घोषित कर रखा था। गुड्डन जिला पंचायत सदस्य है और कानपुर देहात का रहने वाला है।
उधर, कानपुर के बिकरू गांव में तलाशी के दौरान पंचायत भवन स्थित राशन की दुकान से 7 जिंदा बम बरामद हुए। यह दुकान विकास के नौकर दयाशंकर अग्निहोत्री के नाम पर थी। उसे पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। पुलिस ने गांव में मुनादी कराई कि यदि किसी के यहां असलहा, बम या अवैध सामान हो तो उसे 24 घंटे में पुलिस के हवाले कर दे। बाद में बरामद हुआ तो केस दर्ज किया जाएगा। पुलिस ने बरामद हुए सभी सातों बमों को डिफ्यूज कर दिया।
एनकाउंटर फर्जी है या नहीं जांच संस्थाओं को देंगे जवाबः एडीजी
उत्तर प्रदेश के एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) प्रशांत कुमार ने कहा कि कानपुर के बिकरू गांव में पुलिसकर्मियों की हत्या में शामिल सभी फरार आरोपियों की तलाश जारी है। पुलिस सबूत एकत्र कर कोर्ट में चार्जशीट दायर करेगी। उन्होंने कहा कि केस को फास्टट्रैक कराकर आरोपियों को सजा दिलाएंगे। एडीजी ने यह भी कहा कि पुलिस विकास दुबे से पूछताछ नहीं कर पाई। उन्होंने बताया कि लगभग 12 आरोपी फरार हैं, जिन्हें पकड़ने की कोशिश चल रही है। फर्जी एनकाउंटर के सवाल पर उन्होंने कहा कि जांच के लिए संस्थाएं हैं। हम उन संस्थाओं को जवाब देंगे। एनकाउंटर को लेकर सुप्रीम कोर्ट के जो भी निर्देश हैं उसका पालन किया जा रहा है और आगे भी किया जाएगा।