आम मत | नई दिल्ली
उत्तर प्रदेश के कानपुर में 8 पुलिसवालों की जान लेने वाले गैंगस्टर विकास दुबे (Vikas Dubey) का शुक्रवार को एसटीएफ ने एनकाउंटर कर दिया था। इस मामले पर सीबीआई या एसआईटी जांच को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई। इन याचिकाओं पर शीर्ष कोर्ट मंगलवार को सुनवाई करेगा।
मामले की सुनवाई चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (CJI) एसए बोबडे की अध्यक्षता वाली तीन सदस्यीय बैंच करेगी। बैंच के दो अन्य सदस्य जस्टिस आर. सुभाष रेड्डी और जस्टिस ए. बोपन्ना हैं। मुंबई के वकील घनश्याम उपाध्याय और वकील अनूप अवस्थी ने उच्चतम न्यायालय में एनकाउंटर को लेकर जनहित याचिका (PIL) दायर की थी।
याचिका में उत्तरप्रदेश पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाते हुए जांच की मांग की गई। दूसरी ओर, पुलिसवालों की हत्या में गिरफ्तार किए गए यूपी पुलिस के सब इंस्पेक्टर केके शर्मा ने भी सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है। शर्मा ने जान का खतरा होने की आशंका व्यक्त की। केके शर्मा ने भी मामले की जांच सीबीआई से करवाने की मांग की।
उल्लेखनीय है कि केके शर्मा पर पुलिसकर्मियों की हत्या मामले में विकास दुबे के लिए मुखबिरी करने का आरोप है। उल्लेखनीय है कि एनकाउंटर को लेकर यूपी सरकार ने एक आयोग का गठन किया है। इलाहाबाद हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज शशिकांत अग्रवाल केस की जांच करेंगे। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने इस आयोग के लिए उनकी नियुक्ति की है।