आम मत | नई दिल्ली
पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) और उसके सहयोगी कैंपस फ्रंट ऑफ इंडिया (CFI) से जुड़े चार लोगों को मथुरा जिले से सोमवार देर रात गिरफ्तार किया गया। इन सभी के पास से हाथरस कांड से जुड़ा भड़काऊ साहित्य बरामद किया गया। ये चारों दिल्ली से हाथरस जा रहे थे। इनके मोबाइल और लैपटॉप भी जब्त किए गए हैं।
पुलिस और खुफिया एजेंसियां आरोपियों से पूछताछ में जुटी हैं। पुलिस ने हाथरस के बहाने यूपी में जातीय हिंसा भड़काने की साजिश का खुलासा रविवार को ही किया था। इसमें PFI का नाम भी सामने आया था। PFI यानी पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया एक चरमपंथी इस्लामिक संगठन है। इसका हेड ऑफिस दिल्ली के शाहीन बाग में है।
यह संगठन नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के विरोध में दिल्ली में हुए दंगों में भी शामिल था। गिरफ्तार आरोपियों में मुजफ्फरनगर निवासी अतीक, बहराइच निवासी मसूद अहमद, रामपुर निवासी आलम और केरल के मल्लपुरम निवासी सिद्दीक शामिल हैं। सुरक्षा एजेंसियां इस बात का पता लगा रही हैं कि हाथरस के बहाने उत्तर प्रदेश में दंगे भड़काने की साजिश में और कौन-कौन शामिल है।
सवर्ण समाज की महापंचायत, 200 पर मामला दर्ज
हाथरस में सोमवार को सवर्ण समाज के लोगों ने भाजपा के पूर्व विधायक राजवीर के घर महापंचायत की। इस मामले में 200 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। यह कार्रवाई इसलिए की गई, क्योंकि जिले में धारा 144 लागू है और पंचायत करने की इजाजत नहीं ली गई थी। गैंगरेप मामले के आरोपियों के पक्ष में हुई इस पंचायत में सवर्ण समाज के लोग जुटे थे।