आम मत | जयपुर
राजस्थान के करौली में पुजारी की जिंदा जलाकर हत्या मामले में शनिवार को परिजन धरने पर बैठ गए। उन्होंने सरकार के सामने 50 लाख मुआवजा और सरकारी नौकरी की मांग रखी। मांग पूरी ना होने तक उन्होंने दाह संस्कार नहीं करने ऐलान किया था। बाद में एसडीम ओपी मीणा, तहसीलदार दिनेश चंद्र मौके पर पहुंचे।
राज्यसभा सांसद डॉक्टर किरोड़ी मीणा से धरने को लेकर बातचीत हुई। प्रशासन की ओर से 10 लाख रुपए का मुआवजा, अनुबंध पर नौकरी और इंदिरा आवास का आश्वासन दिया गया। साथ ही, आरोपियों को पकड़ने का भी आश्वासन दिया गया। इसके बाद परिजनों ने धरना खत्म किया।
इससे पहले, राज्यपाल कलराज मिश्र ने मामले पर सीएम अशोक गहलोत से बात की। राज्यपाल सचिवालय की तरफ से जारी बयान के मुताबिक सीएम अशोक गहलोत ने आश्वासन दिया है कि मामलों की जांच की जा रही है और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।