अध्यात्मविशेष

देशभर में मनाई गई जन्माष्टमी, कोरोना के कारण उल्लास रहा कम

आम मत | नई दिल्ली

देशभर में बुधवार को जन्माष्टमी का पर्व धूमधाम से मनाया गया। हालांकि, कोरोना के कारण पहले की तुलना में पारंपरिक तौर से मनाए जाने वाले इस पर्व में कमी दिखी। इसके बावजूद लोगों ने घरों और आस-पास के मंदिरों में जन्माष्टमी का आनंद लिया।

देशभर में मनाई गई जन्माष्टमी, कोरोना के कारण उल्लास रहा कम | shiv ji
जयपुर के मानसरोवर स्थित पचपनेश्वर महादेव मंदिर में कान्हा के जन्मदिन के मौके पर चांदी के शिवलिंग सहित पूरे मंदिर को सजाया गया। बारी बारी से आकर लोगों ने कन्हैया को पालने में झुलाया।

इसी तरह, मथुरा में रात 12 बजते ही श्रीकृष्ण जन्मस्थान पर कन्हैया का जन्म हुआ। इस दौरान मूसलाधार बारिश हो रही थी। जन्म होते ही ठाकुरजी को पंच गव्य से स्नान कराया गया। पहली बार सरयू के जल से भी श्रीकृष्म का महाभिषेक किया गया। इसके साथ ही कान्हा की नगरी का राम नगरी अयोध्या से विशेष नाता जुड़ गया। 

प्रधानमंत्री ने देशवासियों को दी जन्माष्टमी की शुभकामनाएं

यह पहला मौका है, जब भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव बिना भक्तों के मनाया गया। कोरोना के कारण मंदिरों में भक्तों के प्रवेश पर रोक है। अमृतसर में कृष्ण जन्माष्टमी पर लोगों की भीड़ जरुर दिखी. लोगों ने मास्क लगा रखे थे। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर ‘श्री कृष्णा’ मंत्र के साथ देश के नागरिकों को बधाई दी। प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर कहा, जन्माष्टमी के शुभ अवसर पर शुभकामनाएं. ‘जय श्री कृष्णा।’

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी अपनी पत्नी के साथ श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व मनाया। दोनों ने भोपाल के लक्ष्मी नारायण मंदिर में पूजा-अर्चना भी की।

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