आम मत | नई दिल्ली
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने बुधवार को देश के स्वयंभू और गैर मान्यता प्राप्त संस्थानों की सूची जारी की। इन संस्थानों को यूजीसी ने फर्जी करार दिया। इस सूची में सर्वाधिक संस्थान उत्तर प्रदेश और दिल्ली में हैं।
UGC के सचिव रजनीश जैन ने बताया, छात्रों और जनता को बताया जाता है कि वर्तमान में 24 स्वयंभू और गैर मान्यता प्राप्त संस्थान यूजीसी कानून का उल्लंघन करते हुए संचालित हो रहे हैं। इन्हें फर्जी यूनिवर्सिटी घोषित किया गया है और इन्हें कोई भी डिग्री प्रदान करने का अधिकार नहीं है।
फर्जी विश्वविद्यालयों की सूची में 8 संस्थान अकेले उत्तर प्रदेश में हैं। वहीं, दिल्ली में ऐसे 7 और ओडिशा और पश्चिम बंगाल में दो-दो संस्थान हैं। इसके अलावा कर्नाटक, केरल, महाराष्ट्र, पुडुचेरी और महाराष्ट्र में एक-एक फर्जी विश्वविद्यालय है।
उत्तर प्रदेश के फर्जी संस्थान (UGC की लिस्ट में)
- महिला ग्राम विद्यापीठ, प्रयाग
- गांधी हिंदी विद्यापीठ, प्रयाग
- वारणसेय संस्कृत विश्वविद्यालय, वाराणसी
- नेताज सुभाष चंद्र बोस ओपन यूनिवर्सिटी, अलीगढ़
- उत्तर प्रदेश विश्वविद्यालय, कोसी कलां, मथुरा
- महाराणा प्रताप शिक्षा निकेतन विश्वविद्यालय, प्रतापगढ़
- नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ इलेक्ट्रोकॉमप्लेक्स होम्योपैथी, कानपुर
- इंद्रप्रस्थ शिक्षा परिषद, इंस्टीट्यूशनल एरिया, माकनपुर, नोएडा
दिल्ली में ये हैं फर्जी विश्वविद्यालय
- आध्यात्मिक यूनिवर्सिटी, रोहिणी
- यूनाइटेड नेशंस विश्वविद्यालय, दिल्ली
- एडीआर-सेंट्रिक जूरीडीकल विश्वविद्यालय, राजेंद्र प्लेस
- कमर्शियल विश्वविद्यालय लिमिटेड, दरियागंज
- वॉकेशनल यूनिवर्सिटी, दिल्ली
- विश्वकर्मा ओपन यूनिवर्सिटी फॉर सेल्फ एमप्लॉयमेंट, दिल्ली
इन राज्यों में भी फर्जी संस्थान
- पश्चिम बंगाल : इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ अल्टरनेटिव मेडिसिन, कोलकाता और इंस्टीट्यूट ऑफ अल्टरनेटिव मेडिसिन एंड रिसर्च, कोलकाता
- ओडिशा : नवभारत शिक्षा परिषद, राउरकेला और नॉर्थ ओडिशा यूनिवर्सिटी ऑफ एग्रीकल्चर एंड टेक्नोलॉजी, मयूरभंज
- कर्नाटक : बडागानवी सरकार वर्ल्ड ओपन यूनिवर्सिटी एजुकेशन सोसायटी, बेलगाम
- केरल : सेंट जॉन यूनिवर्सिटी कृष्णाटम, केरल
- महाराष्ट्र : राजा अरेबिक यूनिवर्सिटी, नागपुर
- आंध्र प्रदेश : क्राइस्ट न्यू टेस्टामेंट डीम्ड यूनिवर्सिटी, गुंटूर
- पुडुचेरी : श्री बोधि एकेडमी ऑफ हायर एजुकेशन