– 21वीं सदी में स्कूली शिक्षा विषय पर प्रधानमंत्री शिक्षकों से हुए रूबरू
– 8 से 25 सितंबर तक देश में मनाया जाएगा शिक्षा पर्व
आम मत | नई दिल्ली
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को ‘21वीं सदी में स्कूली शिक्षा’ विषय पर देशभर के शिक्षकों को संबोधित किया। इस अवसर पर पीएम मोदी ने कहा कि स्टूडेंट्स के लिए मार्कशीट ‘प्रेशर शीट’ और परिजनों के लिए ‘प्रेस्टीज शीट’ बन चुकी है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) का उद्देश्य स्टूडेंट्स पर से इस दबाव को दूर करना है।
उन्होंने कहा कि NEP को जिम्मेदार लोगों तक इसे पहुंचाने के लिए 8 से 25 सितंबर तक शिक्षा पर्व के तौर पर मनाया जाएगा। मोदी ने कहा कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति नए भारत की नई आकांक्षाओं और नए अवसरों को पूरा करने का एक साधन है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लागू करने पर देश भर के शिक्षकों की ओर से एक सप्ताह के भीतर 15 लाख से अधिक सुझाव प्राप्त हुए हैं।
NEP में प्रधानमंत्री ने पुराने 10 प्लस 2 शिक्षा प्रणाली की जगह 5 प्लस 3 प्लस 3 प्लस 4 की प्रणाली को लागू करने के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि इस नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लागू करने से अब तक शहरों के निजी स्कूलों तक ही सीमित रही खेल-खेल में शिक्षा अब गांवों में भी पहुंचेगी।
प्रधानमंत्री ने बच्चों के बुनियादी विकास के लिए ऐसे ही आसान और नवीन तरीकों को बढ़ाने की आवश्यकता पर बल दिया। हमारे आधुनिक जमाने में सीखने का मूल होना चाहिए – अटैच (संलग्न), एक्सप्लोरेशन , एक्सपीरियंस, एक्सप्रेस्ड और गैटिंग अहैड।