आम मत | नई दिल्ली
ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) ने स्वदेशी कोवैक्सीन और कोविशील्ड के इमरजेंसी ट्रायल को रविवार को मंजूरी दे दी। अब ये वैक्सीन देश में आम लोगों को लगाए जा सकेंगे। इससे पहले SEC ने नए साल के पहले दिन शुक्रवार को कोविशील्ड और शनिवार को कोवैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल की अनुमति देने की सिफारिश DCGI से की थी। DCGI ने इस पर रविवार को मुहर लगा दी।
डीसीजीआई के निदेशक के अनुसार, दोनों वैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित हैं। इनका आपात स्थिति में इस्तेमाल किया जा सकेगा। दोनों वैक्सीन दो-दो डोज इंजेक्शन के रूप में दी जाएगी। इन दोनों वैक्सीन को 2 से 8 डिग्री के तापमान में सुरक्षित रखा जा सकेगा। डीसीजीआई के मुताबिक, सीरम इंस्टीट्यूट की कोविशील्ड की ओवरऑल क्षमता 70.42 फीसदी थी। सीरम द्वारा इस वैक्सीन पर देश में क्लिनिकल ट्रायल जारी रहेगा।
वहीं, भारत बायोटेक की कोवैक्सीन ने फेज थ्री में 25 हजार से अधिक लोगों पर ट्रायल शुरू किया। अब तक देश में 22,500 लोगों को ये वैक्सीन लग चुकी है। आंकड़ों के अनुसार ये वैक्सीन सुरक्षित है और वैक्सीन लगाने वाले को जबर्दस्त सुरक्षा प्रदान करता है।
उल्लेखनीय है कि हैदराबाद की भारत बायोटेक कंपनी, इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) के साथ मिलकर कोवैक्सीन का निर्माण कर रही है। वहीं, ऑक्सफोर्ड के साथ मिलकर पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट कोविशील्ड का निर्माण कर रही है। वैक्सीन के निर्माण प्रक्रिया को देखने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इन दोनों ही कंपनियों के प्लांट में गए थे।