आम मत | नई दिल्ली
रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) ने सोमवार को हाइपरसोनिक टेक्नोलॉजी डेमोन्स्ट्रेटर व्हीकल (HS TDV) का ओडिशा के व्हीलर द्वीप स्थित डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्रक्षेपण केन्द्र से सफल प्रक्षेपण किया। इसके माध्यम से हाइपरसोनिक स्क्रैमजेट टेक्नोलॉजी का सफल प्रदर्शन किया गया। इस तकनीक का स्क्रैमजेट इंजन से लॉन्च किया गया। इस पर नजर रखने के लिए बंगाल की खाड़ी में एक जहाज भी तैनात किया गया था।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना को साकार करने की दिशा में हासिल की गई इस ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए डीआरडीओ को बधाई दी। उन्होंने इस परियोजना से जुड़े वैज्ञानिकों से बात की और उन्हें इस उपलब्धि के लिए बधाई दी।
DRDO अध्यक्ष ने दी बधाई ।
रक्षा विभाग के अनुसंधान और विकास विभाग के सचिव और डीआरडीओ (DRDO) के अध्यक्ष डॉ. सतीश रेड्डी ने भी HSTDV अभियान से जुड़े सभी वैज्ञानिकों, अनुसंधानकर्ताओं और अन्य कर्मियों को देश की रक्षा क्षमताओं को मजबूत बनाने की दिशा में किए जा रहे उनके अथक प्रयासों के लिए बधाई दी। आज की सफलता के साथ ही भारत हाइपरसोनिक क्रूज मिसाइलों के प्रक्षेपण के लिए वांछित हाइपरसोनिक वाहन प्राप्त करने की दिशा में और आगे बढ़ गया है।