आम मत | मुंबई
बॉलीवुड अभिनेता एक बार फिर से विवादों में घिर गए हैं। आमिर सोमवार सुबह से ही सोशल मीडिया पर बहस का विषय बन गए। इसका कारण आमिर खान की तुर्की के राष्ट्रपति रजप तैयप एर्दवान की पत्नी एमिली एर्दवान से मुलाकात है। हालांकि, यह एक निजी मुलाकात थी। इसके बावजूद आमिर से भारत के विरोधियों से मिलने को लेकर सवाल किए जा रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि एर्दवान एक इस्लामिस्ट राष्ट्रपति हैं और लगातार भारत विरोधी बयानों के लिए भी सुर्खियों कश्मीर के मसले पर उन्होंने खुलकर भारत का विरोध किया था। हालांकि एक ओर जहां आमिर खान का विरोध हो रहा है तो दूसरी ओर उनके बचाव में भी लोग खड़े हैं। दलील दी जा रही है कि वो किसी से भी मिलें क्यों फर्क पड़ना चाहिए?
प्रेस को चीजें सनसनीखेज बनाने का शौकः अभिषेक मनु सिंघवी
कांग्रेस के नेता अभिषेक मनु सिंघवी से जब उनके ट्वीट के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, “अब मैं क्या करूं कि अगर प्रेस को चीजें सनसनीखेज करने का शौक है। मैंने आमिर खान को लेकर ट्वीट कब किया कोई दिखा दे और मैंने सफाई कब दी कोई यह भी दिखा दे। मैंने तो ये स्पष्टीकरण दिया है कि मेरा मानना है कि तुर्की भारत के हितों के विरुद्ध एक्ट कर रहा है। आमिर खान का मुद्दा तो तब होता जब मैं उन्हें टैग करता या नाम लेता।”
सिंघवी ने आगे कहा, “मुझे आमिर खान के विषय के बारे में कोई इल्म नहीं था। मैंने तुर्की से जुड़ा आर्टिकल पढ़ा था जिसके बाद ट्वीट किया था। आमिर खान स्वतंत्र नागरिक हैं, वो जिससे चाहें मिलें। आमिर खान न हमारे दूत हैं, न हमारे सांसद हैं, न सरकारी अधिकारी हैं। इसमें क्या दिक्कत हो सकती है। आमिर खान अगर दाउद या किसी अपराधी से मिलते हैं जो भारत विरोधी काम में लिप्त हैं तो गलत होगा। आमिर खान का स्वतंत्र अधिकार है, लेकिन मैं तुर्की का विरोध करता हूं।”