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वायरल ऑडियो केस में मानेसर से खाली हाथ लौटी एसओजी की टीम

आम मत | जयपुर

राजस्थान में विधायकों की खरीद मामले में एसओजी जांच जारी है। इस कड़ी में स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) की टीम शुक्रवार को हरियाणा के मानेसर पहुंची। यहां सचिन पायलट गुट के विधायक ठहरे हुए थे। यहां हरियाणा पुलिस ने एसओजी को रिजोर्ट के अंदर जाने से रोक दिया। तकरीबन डेढ़ घंटे तक एसओजी टीम को रिजोर्ट में एंट्री नहीं मिली। बाद में एसओजी टीम जब रिजोर्ट में पहुंची तो वहां कांग्रेस के निलंबित विधायक भंवरलाल शर्मा को ना पाकर खाली हाथ लौट गई।

सूत्रों की मानें तो एसओजी रिजोर्ट से आधे घंटे की पड़ताल के बाद बाहर निकली। उल्लेखनीय है कि वायरल ऑडियो टेप में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, भंवरलाल शर्मा और भाजपा नेता संजय नेता के नाम से तीन व्यक्ति विधायकों की खरीद फरोख्त को लेकर बात कर रहे थे। मामले में मुख्य सचेतक महेश जोशी की शिकायत पर यह कार्रवाई की गई।

मामले में जैन को गिरफ्तार किया जा चुका है। मामले पर केंद्रीय मंत्री शेखावत ने कहा कि वायरल टेप में उनकी आवाज नहीं है। वे किसी भी जांच के लिए तैयार हैं। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि मुख्यमंत्री का ऑफिस फेक ऑडियो के जरिए नेताओं की छवि खराब करने की कोशिश कर रहा है। केंद्रीय मंत्री को भी इस मामले में घसीटा जा रहा है।

राजस्थान भाजपा ने पुलिस में दी नामजद शिकायत

इधर, भाजपा ने जयपुर के अशोक नगर थाना पुलिस को लिखित नामजद शिकायत दर्ज कराई। इसमें भाजपा ने मुख्य सचेतक महेश जोशी, रणदीप सुरजेवाला के नाम दिए गए। भाजपा ने पत्र में लिखा कि मुख्यमंत्री आवास में भाजपा की मानहानि के लिए साजिश रची। लोकेश शर्मा जो खुद को मुख्यमंत्री का ओएसडी बताता है। उसने इस टेप को वॉट्सएप के जरिए सभी मीडियाकर्मियों को प्रसारित कर दिया। इसके बाद शुक्रवार सुबह कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और रणदीप सुरजेवाला ने प्रेस वार्ता कर मीडिया में इसे प्रचारित किया। इस ऑडियो टेप के जरिए विधायक खरीद फरोख्त में भाजपा और उसके केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और अन्य भाजपा नेताओं को फंसाया जा रहा है। साथ ही, एसओजी ने नियमों को ताक में रखकर भाजपा नेताओं पर आईपीसी की धारा 124ए (राजद्रोह) के मामले दर्ज कराए गए हैं।

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