आम मत | नई दिल्ली
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) के 10वीं बोर्ड का परिणाम बुधवार को घोषित हो गया। परिणाम में 91.46 फीसदी स्टूडेंट्स पास हुए। इस साल परीक्षा में 18 लाख से अधिक स्टूडेंट्स ने एग्जाम दिए थे। वर्ष 2019 में 17 लाख से ज्यादा विद्यार्थियों ने परीक्षा दी थी। कक्षा 12वीं की ही तरह 10वीं में भी त्रिवेंद्रम रीजन पहले स्थान पर रहा। पास होने वाले स्टूडेंट्स में लड़कियों का प्रतिशत लड़कों की तुलना में अधिक रहा।
10वीं बोर्ड परीक्षा में 93.31 प्रतिशत और 90.14 फीसदी लड़के पास हुए। पिछली बार की तुलना में लड़कियों के पास होने का प्रतिशत बढ़ा है। वर्ष 2019 में लड़कियों के पास होने का प्रतिशत 92.45 था, वहीं इस साल यह बढ़कर 93.31 हो गया। वहीं, लड़कों के पास होने का प्रतिशत पहले जितना ही रहा।
इसी तरह, इस साल ट्रांसजेंडरों के पास होने का प्रतिशत पहले के मुकाबले बहुत कम हुआ है। गत वर्ष यह प्रतिशत 94.74 रहा था, वहीं इस साल ट्रांसजेंडरों के पास होने का प्रतिशत 78.95 ही रहा। इस साल दसवीं बोर्ड के नतीजों में केंद्रीय स्कूलों का प्रदर्शन सर्वाधिक रहा। केंद्रीय स्कूलों के 99.23 फीसदी स्टूडेंट्स बोर्ड परीक्षा में सफल हुए। दूसरे स्थान पर जवाहर नवोदय स्कूल रहा। इसके 98.66 फीसदी स्टूडेंट्स बोर्ड परीक्षा में सफल हुए।
ये रहा स्कूलों का प्रदर्शन
स्कूल | प्रदर्शन (प्रतिशत) |
केंद्रीय विद्यालय | 99.23 |
जवाहर नवोदय विद्यालय | 98.66 |
केंद्रीय तिब्बत स्कूल प्रबंधन | 93.67 |
इंडिपेंडेंट | 92.81 |
गवर्नमेंट | 80.91 |
सरकारी सहायता प्राप्त स्कूल | 77.82 |