आम मत | जयपुर
राजस्थान में कोरोना के मामलों में लगातार वृद्धि होती जा रही है। जयपुर सहित राज्य के 8 जिलों में नाइट कर्फ्यू के बावजूद भी संक्रमितों की संख्या में 29 फीसदी बढ़ोतरी हुई है। प्रदेश के इन 8 जिलों में 20 नवंबर से ही रात्रिकालीन कर्फ्यू की घोषणा की गई। आंकड़ों पर गौर करें तो पता चलेगा कि नाइट कर्फ्यू से पहले और नाइट कर्फ्यू के 10 दिन में संक्रमण के केस 29 प्रतिशत बढ़े हैं। दिनभर बाजारों में भीड़ और कोरोना नियमों की धज्जियां उड़ते साफ देखी जा सकती है। ना तो लोग चेहरे पर मास्क लगा रहे और ना ही सोशल डिस्टेंसिंग ही रखते हैं।
जयपुर में परकोटे यानी वॉल सिटी में हाल काफी बुरे हैं। वहीं, नाइट कर्फ्यू के समय यानी रात 8 बजे से सुबह 5 बजे के बीच भी लोगों की आवाजाही, देखने को मिल जाती है। कहने को शाम 7 बजे दुकानें तो बंद हो जाती हैं और पुलिस इन्हें बंद करवाने के लिए अनाउंसमेंट भी करती नजर आती है। वहीं, 8 बजे के बाद घूमते लोगों पर किसी प्रकार की सख्ती नहीं दिखाई जाती।
नाइट कर्फ्यू के दौरान किसी भी थाना इलाके में कोई स्पेशल नाकाबंदी नजर नहीं आई। ऐसे एक भी चालक की गाड़ी जब्त नहीं की गई, जो बेवजह रात को बावजूद घूम रहे थे। पुलिस ने 242 लोगों पर कार्रवाई कर महज 6400 रुपए वसूले हैं। इनमें जयपुर पूर्व में मास्क नहीं लगाने पर 59 लोगों के चालान काटे। वहीं, सोशल डिस्टेंसिंग की पालन नहीं करने पर 8 लोगों और साउथ जिले में 98 लोगों से जुर्माना वसूला गया।
नाइट कर्फ्यू के बाद से लगातार बढ़ रहे संक्रमित
जयपुर में नाइट कर्फ्यू से 10 दिन पहले के 4812 कोरोना के मामले सामने आए थे। 11 नवंबर को जहां, शहर में एक दिन में 450 केस मिले थे। इसी तरह दिवाली के अगले दिन यानी गोवर्धन को 498 केस सामने आए। 20 नवंबर को 514 कोरोना के मामले सामने आए। दूसरी ओर, नाइट कर्फ्यू के बाद के 10 दिनों में 6224 पॉजिटिव सामने आए। 21 नवंबर को 551, 25 नवंबर को 615 और 30 नवंबर को रिकॉर्ड 745 केस सामने आए। वहीं, एक दिसंबर से 650 से ज्यादा केस सामने आ रहे हैं।