चंद्रयान-3: इसरो परिवार की 73 दिनों की तपस्या का फल मिला

श्रीहरिकोटा (आन्ध्रप्रदेश) | वरिष्ठ वैज्ञानिक और भारत के तीसरे चंद्रमा खोजी मिशन चंद्रयान-3 (Mission Chandrayan 3) के मिशन निदेशक एस.मोहन कुमार ने शुक्रवार को सटीक कक्षा में अंतरिक्ष यान का सफल प्रक्षेपण को इसरो परिवार की 73 दिनों की तपस्या का इनाम बताया है।

Chandrayan 3 Mission Successfully Launched

इसरो के सबसे भारी और हेवी लिफ्ट रॉकेट एलवीएम3-एम4 (LVM3-M4 Rocket) द्वारा दूसरे लॉन्च पैड से शानदार उड़ान भरने के बाद अंतरिक्ष यान को सफलतापूर्वक कक्षा में स्थापित करके चंद्रमा की ओर चंद्रयान -3 की 42-दिवसीय यात्रा शुरू करने के बाद मिशन नियंत्रण केंद्र में अपने संबोधन में श्री कुमार (S Mohan Kumar, Chandrayan 3 Mission Director, ISRO) ने कहा कि यह इसरो परिवार के लिए 73 दिन की तपस्या का फल है।

उन्होंने कहा कि अंततः इसे सटीक कक्षा में अंतरिक्ष यान के सफल प्रक्षेपण से पुरस्कृत किया गया है। विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र के निदेशक एस.उन्नीकृष्णन ने कहा कि यह एलवीएम3 रॉकेट का सातवां सफल मिशन है।

एलवीएम3 को इसरो का ‘फैट बॉय’ प्रक्षेपण वाहन कहा जाता है। उन्होंने कहा कि रॉकेट को पहले मानव अंतरिक्ष उड़ान मिशन गगनयान के लिए आदर्श वाहन बनाने के लिए इसमें कई बदलाव किए गए हैं।

कई वैज्ञानिकों ने कहा कि ‘फैट बॉय’ ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि यह भविष्य के प्रक्षेपण मिशनों के लिए सबसे भरोसेमंद भारी वाहन है।

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