
आम मत | नई दिल्ली
वर्तमान दौर में तनाव यानी स्ट्रेस एक आम बीमारी है। हर व्यक्ति आजकल स्ट्रेस से पीड़ित है। इससे छूटकारा पाने के लिए लोग डॉक्टर्स के पास जाते हैं और फिर महंगी दवाएं आदि का सेवन करते हैं। अगर आप भी स्ट्रेस के शिकार हैं तो यह खबर आप ही के लिए है। इस खबर में हम आपको बताएंगे उन फूड्स के बारे में, जिन्हें प्रतिदिन खाने से आप तनाव से काफी हद तक छूटकारा पा सकते हैं।
डार्क चॉकलेट

यह स्ट्रेस दूर करने के बेहतरीन फूड है। डार्क चॉकलेट में मैग्निशियम की मात्रा अत्यधिक होती है। 100 ग्राम डॉर्क चॉकलेट में 112 मिलीग्राम मैग्निशियम होता है। वहीं 100 ग्राम दूध में मैग्निशियम की मात्रा सिर्फ 60 मिलीग्राम ही होती है। साथ ही, इसका मीठा स्वाद खुशी के एंडोर्फिन हार्मोन को सक्रिय भी करता है।
बादाम

बादाम फाइटोस्टेरॉल, मोनोअनसैचुरेटेड फैटी एसिड, वनस्पति प्रोटीन, फाइबर, विटामिन्स और मिनरल्स से भरपूर होता है। प्रतिदिन एक मुट्ठी बादाम खाने से व्यक्ति मोटा नहीं होता, बल्कि चॉकलेट की ही तरह इसमें भी मैग्निशियम की भरपूर मात्रा होती है, जो तनाव को कम करने में सहायक है। सामान्य तौर पर सभी प्रकार के नट्स और तिलहन स्वास्थ्य और खुशी बढ़ाने में कारगर होते हैं।
केला

केला में मैग्निशियम, पोटेशियम और ट्रिप्टोफैन की प्रचुर मात्रा होती है। अमीनो एसिड में आराम देने वाली प्रोपर्टीज होती हैं, जो सीधे सेरोटोनिन के लेवल को प्रभावित करता है। सेरोटोनीन केमिकल नर्वस सिस्टम में नर्वस सिस्टम में मैसेंजर का काम करता है। जो केंद्रीय तंत्रिका तंत्र को नींद, मूड, खाने के बिहेवियर आदि के निर्देश देने के लिए मदद करता है। केला डिप्रेशन या कॉर्निक एनजायटी से पीड़ित लोगों के लिए काफी मददगार होता है।
काले अंगूर

विटामिन सी से भरपूर यह फल नेचुरल एंटी स्ट्रेस फूड है। एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर काला अंगूर तनाव से संबंधित हार्मोन कोर्टिसोल स्तर को प्रभावित करता है। इसके अलावा यह जोड़ों के दर्द को कम करने में भी सहायक है। इसे किसी भी तरीके से लिया जा सकता है।
सूखा अंजीर

अंजीर में एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन बी 3 की प्रचुर मात्रा होती है। एंटीऑक्सिडेंट ऊर्जा प्रदान कर बीमारियों से लड़ने में सहायक होता है। वहीं, विटामिन बी 3 सेरोटोनिन के संश्लेषण की सुविधा प्रदान करके न्यूरोट्रांसमीटर की महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है। पानी और शक्कर से भरपू होने के कारण इनका प्रतिदिन मध्यम मात्रा में और संतुलित आहार के हिस्से के रूप में सेवन किया जा सकता है।
मशरूम

मशरूम आवश्यक विटामिन और खनिज प्रदान करते हैं। यह सिलेनियम की मात्रा को भरपूर मात्रा में न्यूरोट्रांसमीटर के बीच पहुंचने में मदद करता है, जिससे तनाव और अवसाद से मुकाबले में मदद मिलती है। कैलोरी में कम होने के कारण इन्हें प्रतिदिन खाया जा सकता है।
मोटी मछली

ट्यूना, सेलमोन जैसी मोटी मछलियों में ओमेगा 3 और पॉलीअनसेचुरेटेड फैटी एसिड की प्रचुरता होती है। ओमेगा 3 कोशिकाओं की झिल्लियों के बनने में मदद करता है। यह ब्लड प्रेशर को सही रखने के साथ ही इम्युनिटी को भी बढ़ता है। तंत्रिका आवेगों के संचरण को बढ़ावा देने, वे इस प्रकार भावनात्मक संतुलन में सुधार करते हैं।
अंडा
यदि सप्ताह में 2 से 3 बार उचित मात्रा में सेवन किया जाता है, तो वे आपके स्वास्थ्य के लिए अच्छे होते हैं। अंडा में विटामिन बी 9 में समृद्ध होने के लिए स्टील के मनोबल में योगदान करते हैं। यह विटामिन तंत्रिका तंत्र पर एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। विटामिन बी 9 से भरपूर अन्य खाद्य पदार्थ हैं पालक, ब्रोकोली, सलाद, गेहूं के रोगाणु और यकृत।
हर्बल टी

रोजमर्रा की छोटी-छोटी बीमारियों को शांत करने के लिए हर्बल चाय हमारी दादी मां के उपाय हैं। कैमोमाइल-आधारित हर्बल चाय को उनके शांत गुणों के लिए अनुशंसित किया जाता है। तंत्रिका संबंधी विकारों के मामले में, लिंडन के पेड़ से बनाए जाने की सिफारिश की जाती है, जबकि पासिफ़्लोरा एक बहुत अच्छा प्राकृतिक चिंताजनक है। इन चायों को सोने के लिए एक आरामदायक पल प्रदान किया जा सकता है।
ग्रीन टी

हालिया हुए एक शोध के अनुसार, हर रोज पांच कप ग्रीन टी पीने से स्ट्रेस कम होता है। जापान में हुए इस शोध में एक दिन में पांच कप ग्रीन टी पीने वाले लोग उन लोगों की अपेक्षा कम तनाव में थे, जिन्होंने एक दिन में पांच कप से कम ग्रीन टी पी थी। ग्रीन टी में एंटीऑक्सिटेंट्स तत्व होने के कारण यह काफी फायदेमंद होती है।