द्रौपदी ने श्रीकृष्ण को तो लक्ष्मी ने राजा बलि को बांधी थी राखी
अलग-अलग पुराणों में इसके मनाए जाने के लिए कई कथाएं मिलती हैं। इनमें से कुछ कथाओं से हम आपको बताने जा रहे हैं।
अलग-अलग पुराणों में इसके मनाए जाने के लिए कई कथाएं मिलती हैं। इनमें से कुछ कथाओं से हम आपको बताने जा रहे हैं।
राखी का त्योहार पूरे भारत वर्ष में विभिन्न तरीके से मनाया जाता है। लेकिन एक चीज सभी में एक समान है और वह है रक्षासूत्र बांधना।
इस दिन बहन अपने भाई की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधकर उनकी लंबी उम्र के लिए प्रार्थना करती है। भारत के अलग-अलग प्रांतों में यह त्यौहार अलग-अलग तरह से मनाया जाता है।
कोरोना के इस दौर में बाजार से मिठाई जैसी चीजें खरीदना थोड़ा रिस्की है। ऐसे में कैसा रहे कि हम इस रक्षाबंधन पर अपने भाइयों के लिए मिठाई घर पर ही बनाएं।
इस बार हम आपको बताने जा रहे हैं, ऐसी राखी की विधि जो ना सिर्फ बहुत आसान है, बल्कि यह वैदिक रीति के अनुसार है। वैदिक रीति से बनाई गई राखी या रक्षासूत्र बहुत बड़ा महत्त्व होता है।