उत्तराखंडः चमौली में टूटा ग्लेशियर, बाढ़ के बने हालात, 150 लोगों के मरने की आशंका, राहत कार्य जारी
आम मत | नई दिल्ली
उत्तराखंड में रविवार को एक बार फिर से जलप्रलय देखने को मिला। चमौली जिले के तपोवन में ग्लेशियर टूट कर ऋषिगंगा में गिर गया। इससे बाढ़ के से हालात पैदा हो गए। वहीं, धौलीगंगा पर बन रहा बांध भी बह गया। इसे देखते हुए राज्य में चमोली से लेकर हरिद्वार तक रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है। जब यह हादसा हुआ, तब दोनों प्रोजेक्ट पर काफी संख्या में मजदूर कार्य कर रहे थे। इस हादसे में करीब 150 लोगों के मरने की आशंका है, जबकि 10 के शव बरामद किए गए हैं। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत लगातार इस घटनाक्रम पर निगरानी रखे हुए हैं।
सीएम ने चमोली जिले में पहुंचकर आपदा प्रभावित क्षेत्र तपोवन और रैणी का निरीक्षण किया और सभी को दिशा-निर्देश दिए, जिसके बाद वे दून के लिए रवाना हो गए हैं। तपोवन में एक प्राइवेट पावर कंपनी के ऋषिगंगा हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट और सरकारी कंपनी NTPC के प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है। आपदा में सबसे ज्यादा नुकसान यहीं हुआ।
16 लोगों को टनल से सुरक्षित बाहर निकाला
अच्छी बात ये है कि इस टनल में फंसे सभी 16 लोगों को निकाल लिया गया है। आईटीबीपी और SDRF के जवानों को इस टनल से लोगों को निकालने में कामयाबी मिली है। एक दूसरी टनल में भी कई लोगों के फंसे होने की आशंका है। शुरुआती जानकारी के मुताबिक दूसरी टनल बड़ी है। इसमें कितने लोग हैं, इसकी जानकारी अब सुबह अंदर जाने पर ही पता चल सकेगी।
हादसे के बाद 125 लोग लापता
रावत के मुताबिक, हादसे के बाद कुल 125 लोग लापता हैं। रावत ने बताया कि ऋषिगंगा प्रोजेक्ट में चार पुलिसकर्मियों समेत 39 लोग लापता हैं। यहां से 5 किमी दूर एनटीपीसी (NTPC) के प्रोजेक्ट का काम चल रहा था। यहां 176 मजदूर ड्यूटी के लिए निकले थे। यहां दो टनल हैं। एक टनल से 16 लोगों को निकाल लिया गया है। दूसरे टनल में कितने लोग हैं इसकी कोई पुख्ता जानकारी नहीं मिली है।
रात में जारी रहेगा रेस्क्यू ऑपरेशन
हादसे के बाद NDRF और ADIRF की टीमें मौके पर पहुंच कर बचाव कार्य कर रही हैं। ITBP के PRO विवेक पांडे के मुताबिक, रेस्क्यू ऑपरेशन रात में भी जारी रहेगा। इधर, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री रावत ने मरने वालों के परिवार को 4 लाख रुपए की मदद देने का ऐलान किया है। प्रधानमंत्री नेशनल रिलीफ फंड से भी 2 लाख रुपए दिए जाएंगे। घायलों को 50 हजार रुपए की मदद दी जाएगी।