आम मत | नई दिल्ली
केंद्र सरकार और किसान नेताओं के बीच मंगलवार को हुई वार्ता बेनतीजा रही। दोपहर 3 बजे से शुरू हुई ये वार्ता शाम 7 बजे खत्म हुई। इस दौरान किसान अपनी मांगों पर अड़े रहे तो सरकार ने भी कानूनों को खत्म करने से इनकार कर दिया।
सरकार के साथ बातचीत का हिस्सा रहे किसान नेता चंदा सिंह ने कहा कि कृषि कानूनों के खिलाफ हमारा आंदोलन जारी रहेगा। हम सरकार से कुछ तो जरूर वापस लेंगे, चाहे वो बुलेट हो या शांतिपूर्ण समाधान। उन्होंने कहा कि हम बातचीत के लिए फिर आएंगे. अब सरकार और किसानों के बीच अगली बैठक 3 दिसंबर को होगी।
किसानों के साथ बैठक में APMC Act and MSP पर सरकार की तरफ से प्रेजेंटेशन दिया गया। सरकार किसानों को MSP पर समझाने की कोशिश की। सूत्रों के मुताबिक, बैठक में एक किसान संगठन के प्रतिनिधि ने कहा कि किसान कृषि कानूनों के खिलाफ सड़कों पर हैं. और उन्होंने मांग की कि सरकार को इसे वापस लेने पर विचार करना चाहिए
जुटाया जा रहा राशन, दवाइयां
वहीं पंजाब और हरियाणा की पंचायतों की अपील पर सैकड़ों किसान लोगों से राशन, दवाइयां और जरूरत के अन्य सामान इकट्ठा कर रहे हैं. इन सामानों को ट्रैक्टरों पर लादा जा रहा है जो बुधवार से दिल्ली के लिए रवाना होने शुरू होंगे.
गौरतलब है कि पंचायतों ने अपील की है कि किसानों के हर एक परिवार से कम से कम एक सदस्य दिल्ली भेजा जाए ताकि प्रदर्शनकारी किसानों का हौसला बढ़ाया जा सके. उधर दिल्ली की सीमा पर जैसे-जैसे फोर्स बढ़ रही है किसान संगठन अलर्ट हो गए हैं. प्रदर्शन को तेज करने के लिए किसान अब और ज्यादा प्रदर्शनकारियों को जुटाने की कोशिश में हैं.