राजनीति में आज: क्वाड शिखर सम्मेलन के लिए अमेरिका पहुंचे पीएम मोदी, बाइडन से करेंगे बातचीत
मुख्य बिन्दु
- पीएम मोदी की अमेरिकी यात्रा का महत्व
- क्वाड नेताओं की चौथी शिखर बैठक
- भारत-अमेरिका द्विपक्षीय वार्ता
- रूस-यूक्रेन संघर्ष पर चर्चा
- पश्चिम बंगाल के जूनियर डॉक्टरों का आंदोलन समाप्त
- अन्य प्रमुख घटनाएं
पीएम मोदी की अमेरिकी यात्रा: क्वाड समिट और द्विपक्षीय बैठकें
पीएम मोदी की अमेरिकी यात्रा का महत्व
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस शनिवार को अपनी संयुक्त राज्य अमेरिका की यात्रा शुरू करेंगे, जहां वे क्वाड नेताओं की चौथी शिखर बैठक (क्वाड शिखर सम्मेलन) में हिस्सा लेंगे। यह शिखर बैठक विलमिंगटन, डेलावेयर में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन द्वारा 21 सितंबर को आयोजित की जा रही है। यह यात्रा महत्वपूर्ण मानी जा रही है क्योंकि इसमें न केवल क्वाड देशों के बीच हुई प्रगति की समीक्षा होगी, बल्कि आगामी वर्ष के लिए एजेंडा भी निर्धारित किया जाएगा।
भारत को 2025 में अगली क्वाड शिखर बैठक की मेजबानी करने की उम्मीद है, जो हिंद-प्रशांत क्षेत्र के विकास लक्ष्यों और आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए देशों की मदद करेगी।
क्वाड नेताओं की चौथी शिखर बैठक
क्वाड (क्वाड्रिलेटरल सिक्योरिटी डायलॉग) की चौथी शिखर बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन, जापानी प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा, और ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीज़ हिस्सा लेंगे।
- पिछले एक वर्ष की प्रगति: बैठक में क्वाड देशों द्वारा पिछले एक साल में की गई प्रगति की समीक्षा की जाएगी।
- आगामी वर्ष का एजेंडा: अगले साल के लिए विकास लक्ष्यों को पूरा करने के लिए एक नई योजना तैयार की जाएगी, जो विशेष रूप से हिंद-प्रशांत क्षेत्र के देशों के विकास को बढ़ावा देने पर केंद्रित होगी।
- भारत की मेजबानी: भारत को 2025 में अगली क्वाड शिखर बैठक की मेजबानी करने की संभावना है, जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की भूमिका को और मजबूत करेगी।
भारत-अमेरिका द्विपक्षीय वार्ता
क्वाड शिखर बैठक के दौरान, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन की एक द्विपक्षीय बैठक भी होगी, जिसमें कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की जाएगी।
- दो समझौते: बैठक के बाद कम से कम दो समझौतों पर हस्ताक्षर होने की संभावना है। पहला समझौता हिंद-प्रशांत आर्थिक ढांचे (IPEF) से संबंधित होगा और दूसरा भारत-अमेरिका ड्रग फ्रेमवर्क पर एक समझौता होगा।
- भारत-अमेरिका संबंधों को मजबूती: यह बैठक भारत और अमेरिका के बीच आर्थिक और सुरक्षा संबंधों को और मजबूती देगी।
रूस-यूक्रेन संघर्ष पर चर्चा
प्रधानमंत्री मोदी अपनी इस यात्रा के दौरान राष्ट्रपति बाइडन को रूस-यूक्रेन संघर्ष पर भी जानकारी देंगे।
- पुतिन और ज़ेलेन्स्की से बातचीत: हाल ही में, मोदी ने मास्को में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और कीव में यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेन्स्की से बातचीत की थी। इस दौरान उन्होंने संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान की दिशा में बातचीत की संभावनाओं पर चर्चा की थी।
- अंतर्राष्ट्रीय भूमिका: रूस-यूक्रेन युद्ध पर चर्चा से यह संकेत मिलता है कि भारत इस मुद्दे पर मध्यस्थता की भूमिका निभा सकता है और वैश्विक शांति प्रयासों में भागीदारी कर सकता है।
पश्चिम बंगाल के जूनियर डॉक्टरों का आंदोलन समाप्त
पश्चिम बंगाल में जूनियर डॉक्टरों का आंदोलन, जो पिछले 42 दिनों से चल रहा था, शनिवार से समाप्त हो गया है। यह आंदोलन आरजी कर अस्पताल में एक युवा डॉक्टर के बलात्कार और हत्या की घटना के बाद शुरू हुआ था।
- सीबीआई जांच की मांग: डॉक्टरों ने इस मामले की सीबीआई द्वारा त्वरित जांच की मांग की थी और इसके लिए उन्होंने राज्य स्वास्थ्य विभाग के मुख्यालय से सीजीओ कॉम्प्लेक्स तक मार्च निकाला था।
- आंशिक सेवाएं: जूनियर डॉक्टरों ने घोषणा की है कि वे आउटपेशेंट विभाग (ओपीडी) में काम नहीं करेंगे, लेकिन आपातकालीन और आवश्यक सेवाओं में आंशिक रूप से कार्य करेंगे।
अन्य प्रमुख घटनाएं
इस दौरान, कई अन्य महत्वपूर्ण घटनाएं भी हो रही हैं:
- कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे शनिवार को जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनावों के लिए प्रचार करेंगे। खड़गे की इस यात्रा के दौरान वह जम्मू में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस और फिर चंब के खौर ग्राउंड में एक जनसभा करेंगे। कांग्रेस ने नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ गठबंधन किया है और इस चुनाव में सत्ता में वापसी की उम्मीद कर रही है।
- आरएसएस से संबद्ध अखिल भारतीय वनवासी कल्याण आश्रम का तीन दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन हरियाणा के समालखा में शुरू हुआ। इस सम्मेलन में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत भी शामिल होंगे। सम्मेलन में विभिन्न सामाजिक मुद्दों और कार्यक्रमों पर चर्चा की जाएगी।
प्रधानमंत्री मोदी की अमेरिका यात्रा, क्वाड शिखर बैठक, और द्विपक्षीय वार्ताओं के संदर्भ में अंतर्राष्ट्रीय राजनीति के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण साबित हो सकती है। क्वाड बैठक से न केवल हिंद-प्रशांत क्षेत्र में विकास लक्ष्यों को बल मिलेगा, बल्कि भारत-अमेरिका के रणनीतिक संबंध भी और गहरे होंगे। साथ ही, पश्चिम बंगाल के जूनियर डॉक्टरों का आंदोलन समाप्त होना राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं के लिए राहत की खबर है, जबकि जम्मू-कश्मीर के चुनावों में कांग्रेस की भूमिका भी चर्चा का विषय बनी हुई है।
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