पीएम ने पहली ड्राइवरलेस मेट्रो ट्रेन को दिखाई हरी झंडी, बोले 2025 तक 25 शहरों में होगा मेट्रो का विस्तार
आम मत | नई दिल्ली
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को देश की पहली ड्राइवरलेस मेट्रो ट्रेन को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए हरी झंडी दिखाई। दिल्ली के जनकपुरी पश्चिम से नोएडा के बॉटिनिकल गार्डन मेट्रो स्टेशन तक यह ट्रेन शुरू की गई है। मजेंटा लाइन की यह मेट्रो 37 किमी की दूरी तय करेगी। इससे लोगों को मेट्रो में सफर का नया एक्सपीरियंस मिलेगा, यह सुरक्षित भी होगा। इसका सिस्टम ऐसा है कि दो ट्रेनें अगर एक ट्रैक पर आ जाएंगी, तो अपने आप रुक जाएंगी।
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि 3 साल पहले मैजेंटा लाइन के उद्घाटन का सौभाग्य मिला था। आज फिर इसी लाइन पर पूरी तरह से ऑटोमेटेड मेट्रो के उद्घाटन का सौभाग्य मिला। ये दिखाता है कि कैसे देश तेजी से आगे बढ़ रहा है। मोदी ने कहा कि दिल्ली में पहली मेट्रो अटलजी के प्रयासों से चली।
2014 में जब हमारी सरकार बनी, तब केवल 5 शहरों में मेट्रो रेल थी। आज 18 शहरों में ये सेवा है। 2025 तक 25 से ज्यादा शहरों में विस्तार कर देंगे। मेट्रो का विस्तार 700 किमी से ज्यादा है। 2025 में इसका विस्तार 1700 किमी करने पर विचार कर रहे हैं। अब 25 लाख लोग रोज मेट्रो से सवारी करते हैं। ये ईज ऑफ लिविंग का सबूत है। ये देश के मिडिल क्लास के सपने पूरे होने के साक्ष्य हैं।
ब्यूरोक्रेसी वही है, सब वही है, लेकिन काम तेजी से हुआ। इसकी वजह हमने अवसर को देखा। पहले केवल ऐलान किए जाते थे। हमने मेट्रो को लेकर पॉलिसी बनाई और रणनीति लागू की। स्थानीय मानकों को बढ़ावा देने, आधुनिक टेक्नोलॉजी पर जोर दिया।
ड्राइवरलेस मेट्रो की 3 प्रमुख खूबियां
- इसका सिस्टम इतना सेफ है कि कभी दो मेट्रो एक ही ट्रैक पर आ जाएं तो एक तय दूरी पर अपने आप रुक जाएंगी।
- मेट्रो में सफर के दौरान कई बार झटके जैसा जो अनुभव होता है, वह ड्राइवरलेस ट्रेन में नहीं होगा।
- ट्रेन में चढ़ने-उतरने के दौरान पैसेंजर्स को किसी तरह की परेशानी नहीं होगी।
नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड की शुरुआत
मोदी ने एयरपोर्ट मेट्रो पर पूरी तरह संचालित होने वाले नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड की शुरुआत भी की। पिछले डेढ़ सालों में 23 बैंकों की तरफ से जारी रुपे डेबिट कार्ड से कोई भी व्यक्ति इस कार्ड के जरिए एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन पर सफर कर सकेंगे। यह सुविधा 2022 तक पूरे दिल्ली मेट्रो नेटवर्क पर मिलने लगेगी। इसके बाद स्मार्ट कार्ड के साथ ही डेबिट कार्ड से भी यात्री मेट्रो में सफर कर सकेंगे।