– कोर्ट ऑफ इंक्वायरी में अफस्पा की शक्तियों के दुरुपयोग की बात आई सामने
– एनकाउंटर में मारे गए थे तीन लोग, डीएनए रिपोर्ट आना बाकी
– परिवार ने लगाया था फर्जी मुठभेड़ का आरोप
आम मत | नई दिल्ली
सेना ने जुलाई में जम्मू-कश्मीर के शोपियां में हुई मुठभेड़ को लेकर शुक्रवार को बड़ा फैसला सुनाया। जांच में पाया गया कि मुठभेड़ में जवानों ने नियमों की अवहेलना की। कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी में दोषी जवानों के खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश की गई।
मुठभेड़ में शामिल सभी जवानों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। सेना के मुताबिक, प्रथम दृष्टया सबूत मिले हैं कि जवानों ने शोपियां मुठभेड़ में अफस्पा के तहत मिली शक्तियों का उल्लंघन किया। इस घटना के पीड़ितों ने सेना की कार्रवाई पर सवाल उठाया था और तीन लोगों के पीड़ित परिवार का आरोप है कि यह फर्जी एनकाउंटर था।
मुठभेड़ में मारे गए लोगों का आतंकवाद से लेना-देना नहीं था। हालांकि, मारे गए तीनों लोगों की डीएनए रिपोर्ट भी अभी आना बाकी है।
ऐसी गलती पर सेना की नीति जीरो टॉलरेस वालीः जनरल नरवणे
मामले पर सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने कहा कि ऐसी गलती पर सेना जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाती है। अम्शीपोरा मामले की जांच पूरी निष्पक्षता से की जाएगी और इसे हर हाल में अंजाम तक पहुंचाया जाएगा। हिंसा प्रभावित इलाकों के लिए जो भी गाइडलाइंस बनाई गई है, उसमें हमारी जीरो टोरलेंस की नीति है। ऐसी गलती बर्दाश्त नहीं की जाएगी।