आम मत | मुंबई
बॉलीवुड में ड्रग्स कनेक्शन की जांच कर रहे नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) ने अपने ही दो अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया है। उन पर ड्रग्स केस में आरोपी कॉमेडियन भारती सिंह, उनके पति हर्ष लिंबाचिया और एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण की मैनेजर रहीं करिश्मा प्रकाश की मदद करने का आरोप लगा है।
एनसीबी को अपने प्रोसीक्यूटर पर भी शक है। बताया जा रहा है कि दोनों मामलों में जमानत याचिकाओं पर सुनवाई के दौरान वे तय समय पर कोर्ट में हाजिर नहीं हुए थे। बताया जा रहा है कि भारती और हर्ष की जमानत याचिका पर सुनवाई के दौरान एनसीबी का कोई भी अधिकारी कोर्ट में नहीं पहुंचा था। ऐसे में कोर्ट को जांच एजेंसी का पक्ष जाने बगैर ही भारती और हर्ष को जमानत देनी पड़ी थी।
एनसीबी को शक है कि करिश्मा प्रकाश को मिली अग्रिम जमानत के समय भी ऐसा ही कुछ हुआ था। उल्लेखनीय है कि एनसीबी ने 22 नवंबर को भारती और हर्ष के घर-ऑफिस पर छापा मारा था। यहां से उन्हें गांजा बरामद हुआ था। पूछताछ में दोनों ने कबूला था कि वे गांजा का सेवन करते हैं। इसके बाद भारती-हर्ष को गिरफ्तार कर लिया गया था।
एनडीपीएस कोर्ट ने दोनों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया था। हालांकि, दोनों को बाद 24 नवंबर को जमानत मिल गई थी। इस दौरान एनसीबी की ओर से कोई अधिकारी और वकील मौजूद नहीं होने के कारण दोनों को जमानत मिल गई।
भारती-करिश्मा के मामलों की सुनवाई के दौरान एनसीबी का वकील नहीं था मौजूद
इसी तरह, दीपिका पादुकोण की पूर्व मैनेजर करिश्मा प्रकाश मामले में एनसीबी ने पिछले सप्ताह कोर्ट में करिश्मा को कस्टडी में लेने की याचिका दायर की थी। इस पर सुनवाई के समय एनसीबी के वकील कोर्ट में मौजूद नहीं रहे। इसके चलते करिश्मा को जमानत दे दी गई।