तकनीकStartupTechTechnologyसरकारी नीतियाँ

2 हजार से ज्यादा इंटरैक्टिव एंटरटेनमेंट स्टार्टअप का होगा निर्माण: भारत बनेगा वैश्विक गेमिंग लीडर

भारत का इंटरैक्टिव एंटरटेनमेंट सेक्टर तेजी से बढ़ने की ओर

नई दिल्ली, 27 नवंबर 2024 – सरकार ने 2 हजार से अधिक इंटरैक्टिव एंटरटेनमेंट स्टार्टअप्स (Gaming Startups) को बढ़ावा देने और एक मजबूत इकोसिस्टम बनाने की योजना की घोषणा की है। यह पहल भारत के इंटरैक्टिव एंटरटेनमेंट सेक्टर को 2034 तक 60 अरब डॉलर के बाजार तक पहुँचाने का लक्ष्य लेकर चल रही है, जिससे देश में 20 लाख से अधिक नौकरियों का सृजन होगा।

इसके लिए, डिपार्टमेंट फॉर प्रमोशन ऑफ इंडस्ट्री एंड इंटरनल ट्रेड (DPIIT) ने विंजो (WinZO) के साथ एक सहमति ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए हैं। WinZO, भारत का सबसे बड़ा सोशल गेमिंग और इंटरैक्टिव एंटरटेनमेंट प्लेटफॉर्म है। यह साझेदारी अगले दो वर्षों तक चलेगी और इसका उद्देश्य नवाचार को बढ़ावा देना, स्टार्टअप्स को समर्थन देना, और वैश्विक मंच पर प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार करना है।


2034 तक 60 अरब डॉलर का लक्ष्य

Interactive Entertainment Industry, Gaming Startups in India, इंटरैक्टिव एंटरटेनमेंट सेक्टर, DPIIT-WinZO साझेदारी, गेमिंग स्टार्टअप्स, भारत में गेमिंग उद्योग, मेड इन इंडिया गेम्स, टेक ट्रायम्फ प्रोग्राम भारत एडिशन, ग्लोबल गेमिंग मार्केट में भारत, स्किल डेवलपमेंट गेमिंग, इनोवेशन और गेम डिजाइन, 2034 गेमिंग उद्योग का भविष्य, Interactive Entertainment Sector, DPIIT-WinZO Partnership, Gaming Startups, Gaming Industry in India, Made in India Games, Tech Triumph Program Bharat Edition, India in Global Gaming Market, Skill Development Gaming, Innovation and Game Design, Future of Gaming Industry 2034,
2 हजार से ज्यादा इंटरैक्टिव एंटरटेनमेंट स्टार्टअप का होगा निर्माण: भारत बनेगा वैश्विक गेमिंग लीडर 12

भारत का इंटरैक्टिव एंटरटेनमेंट सेक्टर आज एक आर्थिक शक्ति के रूप में उभर रहा है। एक हालिया USISPF रिपोर्ट के अनुसार, यह सेक्टर 2034 तक 60 अरब डॉलर का उद्योग बन सकता है। सरकार का यह कदम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।

DPIIT के संयुक्त सचिव श्री संजीव सिंह ने बताया कि यह समझौता कोडिंग, गेम डिज़ाइन, एनीमेशन, और डेवलपमेंट जैसे उन्नत कौशलों के जरिए टैलेंट गैप को पाटने पर ध्यान केंद्रित करेगा। इस पहल का मुख्य उद्देश्य भारत में वैश्विक स्तर की प्रतिभा तैयार करना और भारतीय गेमिंग स्टार्टअप्स को वैश्विक बाजार में पहचान दिलाना है।


WinZO के साथ साझेदारी के प्रमुख बिंदु

WINZO - Gaming Startups Platform

यह सहमति ज्ञापन (MoU) न केवल स्टार्टअप्स को मदद करेगा, बल्कि यह भारत के इंटरैक्टिव एंटरटेनमेंट सेक्टर के भविष्य को भी दिशा देगा। इस साझेदारी के तहत निम्नलिखित प्रमुख पहलुओं पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा:

  1. सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (CoE) का निर्माण:
    • WinZO और DPIIT मिलकर एक सेंटर ऑफ एक्सीलेंस स्थापित करेंगे। यह केंद्र स्टार्टअप्स और उद्यमियों के लिए लॉन्चपैड के रूप में कार्य करेगा।
    • स्किल डेवलपमेंट, भारतीय गेमिंग एसेट्स के मोनेटाइजेशन, और मेड इन इंडिया गेमिंग प्रॉपर्टी विकसित करना इसके प्रमुख उद्देश्य होंगे।
  2. फॉरेन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट (FDI) को आकर्षित करना:
    • इस पहल का उद्देश्य इंटरैक्टिव टेक्नोलॉजी प्रोडक्ट्स के निर्माण के लिए विदेशी निवेश को आकर्षित करना है।
    • भारत में गेमिंग और इंटरैक्टिव प्रोडक्ट्स का उत्पादन बढ़ाना।
  3. Tech Triumph Program का विस्तार:
    • WinZO के Tech Triumph Program (भारत एडिशन) को DPIIT के समर्थन के साथ विस्तारित किया जाएगा।
    • यह कार्यक्रम भारत के शीर्ष गेम डेवलपर्स को पहचानने और उन्हें वैश्विक मंचों पर प्रदर्शित करने का अवसर देगा।
  4. हैकाथॉन और वर्कशॉप्स का आयोजन:
    • स्टार्टअप्स और छात्रों को हैकाथॉन, वर्कशॉप्स, और क्यूरेटेड पिच इवेंट्स के जरिए मेंटरशिप और उद्योग अंतर्दृष्टि प्रदान की जाएगी।

इंटरएक्टिव एंटरटेनमेंट में भारत की स्थिति को मजबूत करना

इस समझौते का उद्देश्य भारत को 300 अरब डॉलर के वैश्विक गेमिंग बाजार में एक नेता के रूप में स्थापित करना है। WinZO और DPIIT की साझेदारी यह सुनिश्चित करेगी कि भारत न केवल गेमिंग उत्पादों का निर्माता बने, बल्कि वैश्विक मंच पर एक प्रमुख निर्यातक के रूप में उभरे।


कौशल विकास और रोजगार के अवसर

सरकार की इस पहल का एक प्रमुख फोकस स्किल डेवलपमेंट है। यह कार्यक्रम कोडिंग, गेमिंग, एनीमेशन, और डिज़ाइनिंग में उन्नत कौशल प्रदान करेगा। इसके जरिए 20 लाख से अधिक रोजगार के अवसर सृजित होने की संभावना है।

संजीव सिंह ने कहा,

“यह साझेदारी भारत को इंटरएक्टिव टेक्नोलॉजी में एक अग्रणी खिलाड़ी बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। हमारी योजना है कि भारत के गेमिंग स्टार्टअप्स को वैश्विक मानकों पर प्रतिस्पर्धा करने में सक्षम बनाया जाए।”


मेड इन इंडिया: वैश्विक मंच पर पहचान

भारत के गेमिंग स्टार्टअप्स अब अंतरराष्ट्रीय मंचों जैसे Game Developers Conference (GDC) और Gamescom LATAM में अपनी पहचान बना रहे हैं। DPIIT और WinZO की साझेदारी इन स्टार्टअप्स को और अधिक प्रतिस्पर्धात्मक बनाएगी।

इसके तहत मेड इन इंडिया गेम्स और इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी को वैश्विक स्तर पर बढ़ावा दिया जाएगा। इसका उद्देश्य भारत निर्मित गेमिंग प्रोडक्ट्स को वैश्विक मान्यता दिलाना है।


हैकाथॉन और मेंटरशिप के जरिए नवाचार को बढ़ावा

Gaming Startups Hackathon,

यह समझौता हैकाथॉन, वर्कशॉप्स, और स्टार्टअप्स के लिए पिच इवेंट्स के माध्यम से नवाचार को प्रोत्साहित करेगा। इसके जरिए छात्रों, इनोवेटर्स, और उद्यमियों को अपनी क्षमताओं को प्रदर्शित करने का मौका मिलेगा।

WinZO और DPIIT की यह पहल एक रचनात्मक और प्रतिस्पर्धात्मक इकोसिस्टम तैयार करेगी, जो गेम डेवलपर्स और टेक्नोलॉजी एंटरप्रेन्योर्स को वैश्विक मंच पर ले जाने के लिए सक्षम बनाएगी।


भारत: इंटरैक्टिव एंटरटेनमेंट का ग्लोबल लीडर

सरकार की इस पहल से इंटरैक्टिव एंटरटेनमेंट के क्षेत्र में भारत की स्थिति और मजबूत होगी। यह कार्यक्रम भारत को ग्लोबल गेमिंग मार्केट में एक महत्वपूर्ण हिस्सेदार बनाने में मदद करेगा।

WinZO के सीईओ ने कहा,

“हम इस साझेदारी के जरिए भारतीय गेमिंग उद्योग को अगले स्तर तक ले जाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमारी योजना टैलेंट गैप को भरने, इनोवेशन को बढ़ावा देने, और वैश्विक मंच पर प्रतिस्पर्धा करने वाले स्टार्टअप्स को तैयार करने की है।”


अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न – FAQs

इस पहल का मुख्य उद्देश्य क्या है?

इस पहल का उद्देश्य 2,000 से अधिक स्टार्टअप्स और गेम डेवलपर्स को समर्थन देना और भारत के इंटरैक्टिव एंटरटेनमेंट सेक्टर को वैश्विक मंच पर पहचान दिलाना है।

यह MoU कितने समय के लिए है?

यह समझौता अगले दो वर्षों के लिए लागू रहेगा।

DPIIT और WinZO की साझेदारी से क्या लाभ होगा?

इस साझेदारी के तहत सेंटर ऑफ एक्सीलेंस, हैकाथॉन, और स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम्स के माध्यम से नवाचार और रोजगार को बढ़ावा मिलेगा।

भारत का गेमिंग सेक्टर कब तक 60 अरब डॉलर तक पहुंचेगा?

USISPF रिपोर्ट के अनुसार, भारत का गेमिंग सेक्टर 2034 तक 60 अरब डॉलर का उद्योग बन जाएगा।

क्या इस पहल से रोजगार के अवसर बढ़ेंगे?

हां, यह पहल 20 लाख से अधिक रोजगार के अवसर सृजित करने का लक्ष्य रखती है।


इस पहल से भारत का इंटरैक्टिव एंटरटेनमेंट सेक्टर न केवल तेजी से विकास करेगा, बल्कि वैश्विक मंच पर भी एक नई पहचान बनाएगा। गेमिंग स्टार्टअप्स के लिए यह एक क्रांतिकारी अवसर है, जिससे भारत एक ग्लोबल गेमिंग लीडर बन सके।

ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें फेसबुक पर लाइक करें या ट्विटरपर फॉलो करें.AAMMAT.inपर विस्तार से पढ़ें विज्ञानं और टेक्नोलॉजी की और अन्य ताजा-तरीन खबरें

और पढ़ें